मेरी रो रो अँखियाँ लाल हुईँ - The Indic Lyrics Database

मेरी रो रो अँखियाँ लाल हुईँ

गीतकार - शर्मा | गायक - अमीरबाई, बुलो सी रानी उर्फ ​​भोला | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - कारवां | वर्ष - 1944

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मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल

मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल

सुंदर मुखड़ा खोल

मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल

नू: पंछी डारडार न डोल

सु: मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल

सु: मन की हो किस तरह अंत अभिलाशा ?

कुआँ पास और फिर भी प्यासा

नू: रूप बड़ा अनमोल, रूप बड़ा अनमोल

सु: सुंदर मुखड़ा खोल

मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल

नू: हाल जो तेरा, हुई है मेरा ?

एक जगह दोनों का बसेरा

सु: प्रेम का अमरित गोल

मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल

नू: पंछी डारडार न डोल

सु: मोहनिया, सुंदर मुखड़ा खोल