चाहा है तुझको चाहूँगा हरदम - The Indic Lyrics Database

चाहा है तुझको चाहूँगा हरदम

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण - अनुराधा पौडवाल | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - मन | वर्ष - 1999

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चाहा है तुझको चाहूँगा हरदम
मर के भी दिल से ये प्यार न होगा कम
तेरी याद जो आती है
मेरे आँसू बहते हैं
अपना तो मिलन होगा
पल पल ये कहते हैं
क्या ये ज़िन्दगानी है
बस तेरी कहानी है
बस तेरी कहानी है
ये जो ज़िन्दगानी है
तेरी वो बातें वो चाहत की रस्में
झूठे थे वादे क्या झूठी थी कसमें
जान-ए-तमन्ना क्या ये सच है
बस इतना कह दे
टूट जाए ना लम्हा ऐतबार का
दे कोई सिला मेरे इंतज़ार का
चाहा है तुझको चाहूँगी हरदम
मर के भी दिल से ये प्यार न होगा कम
तेरी हूँ तेरी जो चाहे कसम ले ले
मुझको हमराही तू अपने ग़म दे दे
सारी उमर ही मुझको दर्द जुदाई का सहना
रास्ते में खोई हैं मंज़िलें मेरी
मेरे साथ जाएँगी मुश्किलें मेरी
चाहा है तुझको चाहूँगा हरदम
मर के भी दिल से ये प्यार न होगा कम
तू सामने है मेरे फिर क्यों ये दूरी है
तुझे कैसे बताऊँ मैं हाय क्या मजबूरी है
ये भी कोई जीना है सिर्फ आँसू पीना है
सिर्फ आँसू पीना है ये भी कोई जीना है