आई थी रात सितारों की महफिल सजी तुम ना आए - The Indic Lyrics Database

आई थी रात सितारों की महफिल सजी तुम ना आए

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - उड़न खटोला | वर्ष - 1955

View in Roman

आई थी रात जोश-ए-तमन्ना लिये हुए
जाती है अब लुटी हुई दुनिया लिये हुए(सितारों की महफ़िल सजी तुम न आये)-२
सजी तुम न आये
तुम्हे हमने आवाज़ दी सजना
तुम्हे हमने आवाज़ दी,तुम न आये
(हाये तुम न आये)-२बिछड़ने को अब रात का कार्वां है
हाये कारवाँ है
हुआ चाँद बेनूर,चुप आसमाँ है
चुप आसमाँ है
चली रूठकर चाँदनी,तुम न आये
(हाये तुम न आये)-२अभी जाग उठे हैं उम्मीदों के तारे
उम्मिदों के तारे
चले आओ प्यारे मुहब्बत पुकारे
मुहब्बत पुकारे
बहारों को नींद आ गई,तुम ना आये
(हाये तुम न आये)२