बेताब है दिल बेचैन नज़र - The Indic Lyrics Database

बेताब है दिल बेचैन नज़र

गीतकार - सबा अफगानी | गायक - तलत महमूद | संगीत - सादत | फ़िल्म - बेरहम डाकु | वर्ष - 1959

View in Roman

बेताब है दिल बेचैन नज़र
अंजाम हो क्या मालूम नहीं
अपनी भी नहीं कुछ हमको ख़बर
उनका भी पता मालूम नहीं

क़िस्मत ये कहाँ ले आई है
महफ़िल भी जहाँ तन्हाई है
फूलों से निकलते हैं शोले
ये राज़ है क्या मालूम नहीं

हम भूल गए मंज़िल का निशाँ
अब याद नहीं जाना है कहाँ
बस उनकी तमन्ना है दिल में
कुछ इसके सिवा मालूम नहीं$