उल्झ गे नैनावा - The Indic Lyrics Database

उल्झ गे नैनावा

गीतकार - | गायक - अख्तरीबाई फैजाबादी | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - रोटी | वर्ष - 1942

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उलझ गए नैनवा -२
मूँधे नहीं उड़ाय (???)
उलझ गए नैनवा -२(बाँका जोबन तिरछी चितवन
बाण पे बाण चलाय) -२
(बाण पे बाण चलाए बालम
घायल मन कर जाय) -२उलझ गए नैनवा -२अखियन रस की बूँद ज़रासी
(अखियन रस की बूँद ज़रासी
जलती आग बुझाय) -२
(जलती आग बुझाए बालम
बुझी आग दहकाय) -२उलझ गए नैनवा