बेटाब है दिल दर्द ए मुहब्बत के असर से - The Indic Lyrics Database

बेटाब है दिल दर्द ए मुहब्बत के असर से

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - सुरैया, उमा देवी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दर्द | वर्ष - 1947

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उम:बेताब है दिल
बेताब है दिल दर्द-ए-मुहब्बत के असर से
जिस दिन से मेरा चाँद छुपा मेरी नज़र से
बेताब है दिलउम:(सोई हुई क़िस्मत को मेरी आके जगा जा
आजा मेरी दुनिय में ज़रा लौट के आजा)-२
आँखों को है उम्मीद
आँखों को है उम्मीद,तेरी राह-गुज़र से
जिस दिन से मेरा चाँद छुपा मेरी नज़र से
बेताब है दिलसुर:(ये कौन मेरे दिल मेरी आँखों में समाय
ये किस्की निगाहों ने मुझे अपना बनाया)-२
बेगान हुई
बेगाना हुई जाति हूँ दुनिया की ख़बर से
टकरागई ये किस की नज़र मेरी नज़र से
बेताब है दिलउम:(दम भर को तेरी याद से, ग़ाफ़िल नहीं रहती
जो दिल पे गुज़रती है, ज़ुबाँ से नहीं कहती)-२
फ़रियाद भी
फ़रियाद भी होती नहीं रुसुवाई के डर से
जिस दिन से मेरा चाँद छुपा मेरी नज़र से
बेताब है दिलसुर:(इक मौज है इक राग है इक रंग है जी में
हँस्ती हूँ ख़ुशी में, गाती हूँ ख़ुशी में)-२
उट्ठा है ये तूफ़ान
उट्ठा है ये तूफ़ान, ख़ुदा जाने किधर से
टकरागई ये किस्की नज़र मेरी नज़र से