बुझा दो प्यार दिल की मेरे तन की अगन - The Indic Lyrics Database

बुझा दो प्यार दिल की मेरे तन की अगन

गीतकार - अंजान | गायक - अलीशा चिनॉय | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - सी.आई.डी. | वर्ष - 1990

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बुझा दो बुझा दो प्यास दिल की बुझा दो
मेरे तन की अगन मेरे मन की अगन ये जलन
ये तपन जान-ए-मन बुझा दोसीने में यूं लौ ये उठे जज़्बात दिल के जवां
कहता है दिल इस आग में मैं फूंक दूं दो जहां
मरने का डर नहीं है मगर प्यासी ही मर जाऊं ना
ना ना ना ना ना
बुझा दो ...हाँ ये जिस्म की नर्मियां साँसों की ये गर्मियां
ये अल्हड़ अलमस्त जवानी होगी कल कहां
अरे ना ना अब तो सही जाए ना पल भर की दूरियां
किसको पता है किस पल क्या हो जाएगा यहां
बुझा दो ...दहकी हुई इस प्यास को हद से गुज़र जाने दो
सितमगर सनम ये तेरा सितम
कहीं ले ले ना मेरी जां ना ना ना ना
बुझा दो ...