नींद उड़ाए चैन चुराए मेरा - The Indic Lyrics Database

नींद उड़ाए चैन चुराए मेरा

गीतकार - देव कोहली, मनोज दर्पण | गायक - | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - | वर्ष - 1998

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नींद उड़ाए चैन चुराए मेरा कितना मुझे सताए
नज़र मिला के एक लड़का मेरे दिल में उतरा जाए
दिल कुछ कुछ बोले क्या बोले ये तो ना जानूं मैं
लेकिन ये सच है ख्वाबों में भी मुझको सताए
नींद उड़ाए चैन चुराए ...धीरे धीरे हौले हौले डोलता है दिल
मैं तो चुप हूँ लेकिन कुछ कुछ बोलता है दिल
ऐसा लगता है मेरे प्यार की वो ही मंज़िल है
मन ये कहता है उसपे आ गया मेरा दिल है
दिल में है हलचल दिल नहीं लगे अकेले
तड़पाएं हर पल यादों के मेले
जी करता है बनूं मैं रानी वो राजा बन जाए
नींद उड़ाए चैन चुराए ...यूं दीवानी हो जाऊंगी सोचा ना था कभी
सपनों में तेरे खो जाऊंगी सोचा ना था कभी
चेहरे से पढ़ लो तुम मेरे दिल की बात दिलबर बनके
छाने लगा है रंग प्यार का मुझ पर हल्के हल्के
इकरार हो गया तुझे प्यार हो गया
दिल बस में नहीं क्या लाचार हो गया
इक ही झलक दिखा के आँखों से ओझल हो जाए
नींद उड़ाए चैन चुराए ...