दिल हुं हुं करे घबराई - The Indic Lyrics Database

दिल हुं हुं करे घबराई

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर, भूपेन हजारिका | संगीत - भूपेन हजारिका | फ़िल्म - रुदाली | वर्ष - 1993

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दिल हूँ हूँ करे, घबराए
घन धम धम करे, गरजाए
एक बूँद कभी पानी की
मोरे अँखियों से बरसाएतेरी झोली डारूँ, सब सूखी पात जो आए
तेरा छुआ लगे, मेरी सूखी डाल हरियाए
दिल हूँ हूँ करे, घबराएजिस तन को छूआ तूने उस तन को छुपाऊँ
जिस मन को लागे नैना, वो किसको दिखाऊँ
ओ मोरी चन्द्रमा, तेरी चाँदनी अँग जलाए
ऊँची तोरी अटारी, मैं ने पँख लिए कटवाएदिल हूँ हूँ करे, घबराए