मिले ना फूल तो कांतों से दोस्ती कर लि - The Indic Lyrics Database

मिले ना फूल तो कांतों से दोस्ती कर लि

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रोशन | फ़िल्म - अनोखी रात | वर्ष - 1968

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मिले न फूल तो काँटों से दोस्ती कर ली
इसी तरह से बसर हमने ज़िंदगी कर लीअब आगे जो भी हो अंजाम, देखा जाएगा
ख़ुदा तलाश लिया और बंदगी कर लीनज़र मिली भी न थी और उनको देख लिया
ज़बां खुली भी न थी और बात भी कर लीवो जिनको प्यार है चांदी से, इश्क़ सोने से
वही कहेंगे कभी हमने ख़ुदकशी कर ली