कुछ कम रोशन है रौशनी - The Indic Lyrics Database

कुछ कम रोशन है रौशनी

गीतकार - विशाल ददलानी | गायक - शान | संगीत - विशाल - शेखर | फ़िल्म - दोस्ताना | वर्ष - 2008

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कुछ कम रोशन है रौशनी
कुछ कम गीलीं हैं बारिशें
कुछ कम लहराती है हवा
कुछ कम हैं दिल में ख्वाईशें
थम सा गया है, यह वक़्त ऐसे
तेरे लिए ही ठहरा हो जैसे
क्यों मेरी साँस भी कुछ भीगी सी है
दूरियों से हुई नजदीकी सी है
जाने क्या यह बात है
हर सुबह अब रात है
फूल महके नहीं, कुछ गुमसुम से हैं
जैसे रूठे हुए, कुछ ये तुमसे हैं
खुश्बुएं ढल गयीं
साथ तुम अब जो नहीं