बेदर्दी, नज़रें मिलाके कह दे क्या है तेरी मर्ज़ी - The Indic Lyrics Database

बेदर्दी, नज़रें मिलाके कह दे क्या है तेरी मर्ज़ी

गीतकार - फारूक कैसर | गायक - लता | संगीत - रोशन | फ़िल्म - अजी बस शुक्रिया | वर्ष - 1958

View in Roman

बेदर्दी,
(बेदर्दी, नज़रें मिलाके कह दे क्या है तेरी मर्ज़ी)-2

प्यार का सैंयाँ तेरे रंग चढ़ाया मैं ने
लोग कहे मैं ने रोग लगाया, कोई रोग लगाया
मुखड़े पे आई ?
नज़रें मिलाके कह दे
नज़रें मिलाके कह दे, क्या है तेरी मर्ज़ी
बेदर्दी, बेदर्दी, क्या है तेरी मर्ज़ी, क्या है तेरी मर्ज़ी
हाँ, नज़रें मिलाके कह दे
हाँ, हाँ, हाँ
नज़रें मिलाके कह दे, क्या है तेरी मर्ज़ी

खता की है गैर ने, हमको सज़ा देने चले आये
कहाँ खोया है दिल, तुम ने कहा तुम ढूंढें आये
एक नज़र में तू ने दिल मेरा लूटा, तू ने दिल मेरा लूटा
सब्र का दामन, मेरे हाथों से छूटा, मेरे हाथों से छूटा
हालत का तू ने कर दी
नज़रें मिलाके कह दे
नज़रें मिलाके कह दे, क्या है तेरी मर्ज़ी
बेदर्दी, नज़रें मिलाके कह दे, क्या है तेरी मर्ज़ी

हम तो निभाएंगे प्यार का वादा, तेरे प्यार क वादा
कह दे सनम तेरा क्या है इराद, तेरा क्या है इरादा
हम ने तो हामी भरदी
नज़रें मिलाके कह दे, क्या है तेरी मर्ज़ी
बेदर्दी, बेदर्दी, क्या है तेरी मर्ज़ी, क्या है तेरी मर्ज़ी
हाँ, नज़रें मिलाके कह दे
हाँ, हाँ, हाँ
नज़रें मिलाके कह दे, क्या है तेरी मर्ज़ी
बेदर्दी$