हुं अभी मैं जवां ऐ दिल - The Indic Lyrics Database

हुं अभी मैं जवां ऐ दिल

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - गीता दत्त | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - आर पार | वर्ष - 1954

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हूँ अभी मैं जवाँ ऐ दिल
बेहोश हूँ बिन पिए कल का भी ग़म किसलिए
हूँ अभी मैं जवाँ ...ये नग़मा और ये फ़िज़ा
ये साज़ और एक सदा
जो है ग़नीमत है आज कल कौन जाने हो क्या
हो न हो ये समाँ ऐ दिल
हूँ अभी मैं जवाँ ...दुनिया का क्या एतबार खोना न अपना क़रार
चुन ले मुरादों के फूल बीते न यूँ ही बहार
ताक में है ख़िज़ाँ ऐ दिल
हूँ अभी मैं जवाँ ...देखी है ये ज़िन्दगी यूँ नहीं बेखुदी
मुझको बहक जाने दे बातें न कर होश की
होश कैसा यहाँ ऐ दिल
हूँ अभी मैं जवाँ ...