कुदा हुज़ूर को मेरी भी जिंदगी दे दे - The Indic Lyrics Database

कुदा हुज़ूर को मेरी भी जिंदगी दे दे

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - आशा भोंसले, उषा? | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - सावन की घटा | वर्ष - 1966

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दो: आऽ
आ: ख़ुदा हुज़ूर को मेरी भी ज़िंदगी दे-दे -२
बग़ैर आपके बेहतर है मेरा मर जाना
उ: न होगी शम्मा तो महफ़िल का रंग क्या होगा -२
जियेगा कैसे अंधेरे में कोई परवाना
दो: ख़ुदा हुज़ूर को मेरी भी ज़िंदगी दे-दे
ख़ुदा हुज़ूर कोआ: ( रहे हुज़ूर की हम पर अगर निगाह-ए-करम
उ: तो हम ख़ुदा को न ढूँढें कभी ख़ुदा की कसम ) -२
दो: हमारे वास्ते जन्नत हैं आपकी बाँहें -२
हिला सकेगी न दुनिया कभी वफ़ा के कदम
ख़ुदा हुज़ूर को मेरी भी ज़िंदगी दे-दे -२
बग़ैर आपके बेहतर है मेरा मर जाना
ख़ुदा हुज़ूर कोआ: आ
उ: वो बिजलियाँ हैं नज़र में जो बादलों में नहीं
आ: हाँ शराब और भी है
उ: आऽ
आ: शराब और भी है सिर्फ़ बोतलों में नहीं
उ: हो वो बिजलियाँ हैं नज़र में जो बादलों में नहीं
आ: शराब और भी है सिर्फ़ बोतलों में नहीं
दो: ज़रा सी बात है दुनिया अगर इसे समझे
ज़रा सी बात -२
ज़रा सी बात है दुनिया अगर इसे समझे
वो शम्मा दिल में जो जलती है महफ़िलों में नहीं
ख़ुदा हुज़ूर को मेरी भी ज़िंदगी दे-दे -२
बग़ैर आपके बेहतर है मेरा मर जाना
ख़ुदा हुज़ूर को
न होगी शम्मा तो महफ़िल का रंग क्या होगा -२
जियेगा कैसे अंधेरे में कोई परवाना
ख़ुदा हुज़ूर को