कुछ तो हुआ है, कुछ हो गया है - The Indic Lyrics Database

कुछ तो हुआ है, कुछ हो गया है

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - शान - अलका याज्ञिक | संगीत - शंकर-एहसान-लॉय | फ़िल्म - कल हो ना हो | वर्ष - 2003

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कुछ तो हुआ है, कुछ हो गया है
दो चार दिन से लगता है जैसे
सबकुछ अलग है, सबकुछ नया है
कुछ तो हुआ है, कुछ हो गया है
चीजें मैं रखके भूल जाती हूँ
बेख़याली में गुनगुनाती हूँ
अब अकेले में मुस्कुराती हूँ
बदली हुई सी मेरी अदा है
पिघला पिघला है दिल मेरा जब से
अच्छा रहता है मूड भी तब से
हँसके मिलता हूँ आजकल सब से
खुश हो गया है जो भी मिला है
रंग चमकीले सारे लगते है
राह में बिखरे तारें लगते है
फूल अब ज्यादा प्यारे लगते है
महकी हुई सी जैसी हवा है
ध्यान अब अपना ज्यादा रखता हूँ
सोचता हूँ मैं कैसा लगता हूँ
आईना हो तो देख लेता हूँ
कैसे ये चेहरा ऐसा खिला है
ये नशा जिस में दोनो रहते है
ये लहर जिस में दोनो बहते है
हो ना हो इस को प्यार कहते है
प्यार मिला तो दिल खो गया है