देखा तेरी मस्त निगाहों में नशा है आदा हैं - The Indic Lyrics Database

देखा तेरी मस्त निगाहों में नशा है आदा हैं

गीतकार - अनवर सागर | गायक - उदित नारायण, सपना मुखर्जी | संगीत - जतिन, ललित | फ़िल्म - खिलाड़ी | वर्ष - 1992

View in Roman

देखा तेरी मस्त निगाहों में नशा है अदा है मोहब्बत है हो
आजा मुझे बाहों में ले ले रुत ये गज़ब है क़यामत है
धड़कनें तेज़ हो जाने दो प्यार में होश खो जाने दो
देखा तेरी मस्त निगाहों में ...ये हुस्न और ये मस्तियाँ छाने लगी हैं मदहोशियाँ
उफ़ दो दिलों के साज पर गाने लगी हैं खामोशियाँ
अपनी ज़ुल्फ़ों की खुश्बू उड़ा और मुझको दीवाना बना
देखा तेरी मस्त निगाहों में ...रुसवाइयों से डरता है मन अच्छा नहीं दीवानापन
तुमने मुझे क्यों छू लिया काँप उठा मेरा बदन
यूं न देखो मुझे ओ सनम डगमगाने लगे हैं कदम
देखा तेरी मस्त निगाहों में ...शोखी है गज़ब की शरारत है कैसे तेरी बाहों में आऊं मैं
रूप ये सनम की अमानत है
प्यार यूं ना जताओ सनम शर्म आती है जाओ सनम
देखा तेरी मस्त निगाहों में ...सुन ये समा कहता है क्या रुसवाइयों को भूल जा
दिल को सनम समझा ज़रा यूं न मेरे नज़दीक आ
आँख झुकने लगी है मेरी सुन के बातें ये जादू भरी
देखा तेरी मस्त निगाहों में ...