जादू है नशा है, मदहोशियाँ - The Indic Lyrics Database

जादू है नशा है, मदहोशियाँ

गीतकार - नीलेश मिश्रा | गायक - श्रेया घोषाल | संगीत - Nil | फ़िल्म - जिस्म | वर्ष - 2003

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जादू है नशा है, मदहोशियाँ
तुझको भूला के अब जाऊँ कहाँ
देखती हैं जिस तरह से तेरी नज़रें मुझे
मैं खुद को छुपाऊँ कहाँ
ये पल है अपना, तो इस पल को जी ले
शोलों की तरह ज़रा जलके जी ले
पल झपकते खो न जाना
छू के कर लूँ यकीं, न जाने पल ये पाये कहाँ
जादू है नशा है.....
बाहों में तेरी यूँ खो गये हैं
अरमां दबे से जगने लगे हैं
जो मिले हो आज हमको
दूर जाना नहीं, मिटा दो सारी ये दूरीयाँ
जादू है नशा है.....