हम इश्क़ के मारों को दो दिल तो दिये होते - The Indic Lyrics Database

हम इश्क़ के मारों को दो दिल तो दिये होते

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सुरैया | संगीत - बुलो सी रानी | फ़िल्म - बिल्वमंगल | वर्ष - 1954

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हम इश्क़ के मारों को दो दिल तो दिये होते
हम ने न कभी उन के अहसान लिये होते

इक दिल जो कभी रोता, दूजे से बहल जाते
आहें न भरी होती, शिकवे न किये होते

आते कि न आते वो, परवाह किसे होती
फ़ुर्क़त में किसी के न, मर मर के जिये होते