ऐ हवा आ के थाम ले आ जा हंस के जिना शिखा दुं - The Indic Lyrics Database

ऐ हवा आ के थाम ले आ जा हंस के जिना शिखा दुं

गीतकार - समीर | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - याद रखेगी दुनिया | वर्ष - 1992

View in Roman

ओ ओ आ ओ
ऐ हवा आ के थाम ले आंचल
ऐ घटा बन जा आँख का काजल
कलियों से छिपके उन्हें महका दूँ
मुरझाए फूलों को खिला दूँ
आजा हँस के जीना सिखा दूँ
ऐ हवा आ के ...काले काले बादल से रस बरसाती हूँ
बरखा की बूंदों में झूम के गाती हूँ
सेहरा में भी जल बरसा दूं
सबकी प्यास बुझा दूँ
आजा हँस के ...पर्वत से झरना बनके बहती हूँ
लहरों के दर्पण में हँसती रहती हूँ
तितली जैसी उड़ के दिखा दूँ
दुनिया की सैर करा दूँ
आजा हँस के ...