नैना बरसे, रिमझिम, रिमझिम - The Indic Lyrics Database

नैना बरसे, रिमझिम, रिमझिम

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - वो कौन थी | वर्ष - 1964

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नैना बरसे, रिमझिम, रिमझिम
पिया तोरे आवन की आस
वो दिन मेरी निगाहों में, वो यादें मेरी आहों में
ये दिल अबतक भटकता है, तेरी उल्फ़त की राहों में
सुनी सुनी राहें, सहमी सहमी बाहें
आँखों में है बरसों की प्यास
नज़र तुझ बिन मचलती है, मोहब्बत हाथ मलती है
चला आ मेरे परवाने, वफ़ा की शम्मा जलती है
ओ मेरे हमराही, फिरती हू घबराई
जहाँ भी है आ जा मेरे पास
अधूरा हूँ मैं अफ़साना, जो याद आऊँ चले आना
मेरा जो हाल है तुझ बिन वो आ कर देख के जाना
भीगी भीगी पलकें, छम छम आँसू छलकें
खोई खोई आँखें हैं उदास
ये लाखों ग़म ये तनहाई, मोहब्बत की ये रुसवाई
कटी ऐसी कईं रातें, न तुम आए न मौत आई
ये बिंदीयां का तारा, जैसे हो अंगारा
मेहंदी मेरे हाथों की उदास