हम और तुम और ये समाँ - The Indic Lyrics Database

हम और तुम और ये समाँ

गीतकार - मजरूह | गायक - रफी | संगीत - उषा खन्ना | फ़िल्म - दिल देके देखो | वर्ष - 1959

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हम और तुम और ये समाँ
क्या नशा नशा-सा है
बोलिये न बोलिये
सब सुना सुना-सा है

बेक़रार से हो क्यूँ
हमको पास आने भी दो
गिर पड़ा जो हाथ से
वह रुमाल उठाने भी दो
बनते क्यूँ हो जाने भी दो-2

हम और तुम ...

आज बात-बात पे
आप क्यूँ सँभलने लगे
थरथराए होंठ क्यूँ
अश्क क्यूँ मचलने लगे
लिपटे गेसू खुलने लगे-2

हम और तुम ...$