हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो - The Indic Lyrics Database

हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो

गीतकार - साहिर | गायक - रफ़ी, गीता | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - प्यासा | वर्ष - 1957

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हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो
हम मूँद के पलकों को, इस दिल को सज़ा दें तो
हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो

(इन ज़ुल्फ़ों में गूँधेंगे, हम फूल मुहब्बत के
ज़ुल्फ़ों को झटक कर हम, ये फूल गिरा दें तो)-2
हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो

(हम आपको ख्वाबों में, ला ला के सतायेंगे
हम आप की आँखों से, नींदें ही उड़ादें तो)-2
हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो

(हम आपके कदमों पर, गिर जायेंगे ग़श खा कर
इस पर भी न हम अपने, आंचल की हवा दें तो)-2
(हम आप की आँखों में, इस दिल को बसा दें तो
हम मूँद के पलकों को, इस दिल को सज़ा दें तो)-2$