पड़ गए झूले सावन रुत आई रे - The Indic Lyrics Database

पड़ गए झूले सावन रुत आई रे

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - बहू बेगम | वर्ष - 1967

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पड़ गए झूले सावन रुत आई रे
सीने में हूक उठे अल्लाह दुहाई रे
चंचल झोंके मुँह को चूमें बूँदें तन से खेलें
पींग बढ़े तो झुकते बादल पाँव का चुम्बन ले लें
हम को न भाये सखी ऐसी ढिठाई रे
गीतों का ये अल्हड़ मौसम झूलों का ये मेला
ऐसी रुत में हमें झुलाने आए कोई अलबेला
थामे तो छोड़े नहीं नाज़ुक कलाई रे