यम्मा यम्मा यम्मा सौ परवणे इक शमा: - The Indic Lyrics Database

यम्मा यम्मा यम्मा सौ परवणे इक शमा:

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - रवि | फ़िल्म - चाइना टाउन | वर्ष - 1962

View in Roman

आ : यम्मा-यम्मा-यम्मा सौ परवाने इक शमा -२
बहका है ( हर दिलवाला ) -२
देखो मचलना -२
कहता है हर कोई मुझसे -२
जान-ए-तमन्ना -२
यम्मा-यम्मा ...नज़रें बचा के मैं ( कैसे जाऊँ ) -२
रोके ज़माना मैं झूम-झूम चल ना पाऊँ -२
तड़पे है ( हर दीवाना ) -२
भर-भर के आहें -२
रुकती हैं ( आकर मुझपे ) -२
सबकी निगाहें -२
हो यम्मा-यम्मा ...जिसको भी देखो दिल हाथों में है -२
आँखों में मस्ती तो प्यार-प्यार बातों में है
छलका है ( सबके दिल में ) -२
चाहत का प्याला -२
हर दिल में ( कैसे डोलूँ ) -२
बन के उजाला -२
यम्मा-यम्मा ...र : क्या तेरी महफ़िल है सनम
खो गए हम अल्ला की क़सम
हाय मेरी बहकी धुन पर न जा
साथ मेरे तू भी गा
या दिलरुबा -२
दिल को ले गई तेरी अदा
हाय रे कैसा दर्द दिया
मेरी जाँ मैं तुझ पे फ़िदा
या दिलरुबा -२महफ़िल में ( तेरे हुस्न का ) -२
शोला जो भड़के -२
पहलू में ( बेक़रार दिल ) -२
ओ कैसे न धड़के -२
यम्मा-यम्मा ...
आ : यम्मा-यम्मा ...र : यम्मा-यम्मा इक परवाना -२
आ : यम्मा-यम्मा सौ परवाने-२