जब तुम मेरे सामने होती हो - The Indic Lyrics Database

जब तुम मेरे सामने होती हो

गीतकार - एम जी हशमत | गायक - साधना सरगम, सहगान, उदित नारायण | संगीत - आनंद राज आनंद, प्रदीप-एजाज़ | फ़िल्म - होते होते प्यार हो गया | वर्ष - 1999

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जब तुम मेरे सामने होती हो
दुनिया को भूल जाता हूँ
तेरा दीदार करता हूँ
जब तुम मेरे सामने ...तस्वीर तेरी ऐसे दिल में समाई है
रूप में तेरे जैसे हुस्न-ए-ख़ुदाई है
चाँद और तारे सारे तुझपे हैं क़ुर्बान
हरदम तेरे ख्वाबों ख्यालों में रहता हूँ
हाँ दुनिया को भूल जाता ...दिल की धड़कन कह रही है
अब ना जाना मुझे छोड़कर
दिल पे तेरा ही नाम लिखा है
क्या करोगी इसे तोड़कर
दिल जो टूटा ज़िंदगी भर
जुड़ेगा कहां
ओ हो हो दुनिया को भूल जाता ...तारीफ़ उसकी करूं क्या
जिसने बनाया तुम्हें
बहुत प्यार नाज़-ओ-अदा से
जिसने सजाया तुम्हें
तेरे जैसी कोई हसीना
फिर से बनेगी कहां
तेरे नशे में झूम कर गाता हूँ
दुनिया को भूल जाता ...