इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें - The Indic Lyrics Database

इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - आज और कल | वर्ष - 1963

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इतनी हसीन इतनी जवाँ रात क्या करें
जागे हैं कुछ अजीब से जज़्बात क्या करें
पेड़ों के बाज़ुओं में लचकती है चाँदनी
बेचैन हो रहे है ख़यालात क्या करें
साँसों में घुल रही है किसी साँस की महक
दामन को छू रहा है कोई हाथ क्या करें
शायद तुम्हारे आने से ये भेद खुल सके
हैरान हैं कि आज नई बात क्या करें