मैं कह दूँ तुमको चोर तो बोलो - The Indic Lyrics Database

मैं कह दूँ तुमको चोर तो बोलो

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरैया, रफी | संगीत - हुस्नलाल -भगतराम | फ़िल्म - सनम | वर्ष - 1951

View in Roman

मैं कह दूँ तुमको चोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे
और अभी मचा दूँ शोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे
( मैं चोरी-चोरी आऊँ
और दिल में तेरे बस जाऊँ
हो और दिल में तेरे बस जाऊँ )
और बन जाऊँ चितचोर
तो बोलो क्या करोगे
मैं कह दूँ तुमको चोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे
( इतना न प्यार बढ़ावो
ऊँची न पतंगें उड़ावो
जी ऊँची न पतंगें उड़ावो )
कहीं कच्ची रह गई डोर
तो बोलो क्या करोगे
मैं कह दूँ तुमको चोर
तो बोलो
तो बोलो क्या करोगे
( हम दूर देश में जा के
एक नई पतंग मंगा के
जी एक नई पतंग मंगा के )
बाँधेंगे दिल की डोर
तो बोलो क्या करोगे