तुम्हें हो ना हो मुझको तो इताना याकिं हैं - The Indic Lyrics Database

तुम्हें हो ना हो मुझको तो इताना याकिं हैं

गीतकार - गुलजार | गायक - रूना लैला | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - | वर्ष - 1977

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तुम्हे हो ना हो मुझको तो इतना यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नही है नही है -२
तुम्हे हो ना हो मुझको तो इतना यकीं है(मुझे प्यार तुमसे नही है नही है
मगर मैने ये राज़ अब तक ना जाना) -२
के क्युँ प्यारी लगतीं हैं बातें तुम्हारी
मैं क्युँ तुमसे मिलने का ढूँढूं बहाना
कभी मैने चाहा तुम्हे छू के देखूँ
कभी मैने चाहा तुम्हे पास लाना
मगर फिर भी ...
मगर फिर भी इस बात का तो यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नही है नही है
तुम्हे हो ना हो ...(फिर भी जो तुम दूर रहते हो मुझसे
तो रहतें हैं दिल पे उदासी के साये) -२
कोई ख़्वाब ऊँचे मकानों से झाके
कोई ख़्वाब बैठा रहे सर झुकाये
कभी दिल की राहों में फैले अँधेरा
कभी दूर तक रौशनी झिलमिलाये
मगर फिर भी ...
मगर फिर भी इस बात का तो यकीं है
मुझे प्यार तुमसे नही है नही है
तुम्हे हो ना हो ...