मुझसे काफिर को तेरे इश्क ने यूं शरमाया: - The Indic Lyrics Database

मुझसे काफिर को तेरे इश्क ने यूं शरमाया:

गीतकार - अहमद नदीम कासमी | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - महताब (गैर फिल्म) | वर्ष - 1992

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मुझसे क़ाफ़िर को तेरे इश्क़ ने यूँ शरमाया
दिल तुझे देख के धड़का तो ख़ुदा याद आयाचारागर आज सितारों की क़सम खा के बता
किसने इन्साँ को तबसूम के लिये तरसायानज़्र करता रहा मैं फूल से जज़्बात उसे
जिसने पत्थर के खिलौनों से मुझे बहलायाउसके अन्दर कोई फ़नकार छुपा बैठा है
जानते बूझते जिस शख़्स ने धोखा खाया