बात इतनी सी है कह दो कोई दिवाओं से - The Indic Lyrics Database

बात इतनी सी है कह दो कोई दिवाओं से

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - बेटी बेटे | वर्ष - 1964

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बात इतनी सी है कह दो कोई दीवानों से
आदमी वो है जो खेला करे तूफ़ानों से
बात इतनी सी है ...नई मंज़िल नई राहों पे चले हैं हम तो
ये मालूम है काँटों पे चले हैं हम तो
( ग़म भी डर जाता है ) -२ हम जैसे मस्तानों से
आदमी वो है ...अपनी तक़दीर पे रोना बड़ी नादानी है
जान सी चीज़ को खोना बड़ी नादानी है
( कुछ तो धीरज रखो ) -२ कह दो कोई नादानों से
आदमी वो है ...ज़िन्दगी वो है चमन के फूल भी खिल जाते हैं
दिल के टुकड़े जो बिछड़ते हैं वो मिल जाते हैं
जैसे शीशे कभी मिल जाते हैं पैमानों से
आदमी वो है ...