गम का फ़साना बन गया अच्छा: - The Indic Lyrics Database

गम का फ़साना बन गया अच्छा:

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार, लीना चंदावरकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - मनचली | वर्ष - 1973

View in Roman

ग़म का फ़साना बन गया अच्छा
एक बहाना बन गया अच्छा
सरकार ने आके मेरा हाल तो पूछा
ग़म का...तुम्हारे ख़यालों में खो जायें
ये जी चाहता है की सो जायें
देखो बातों-बातों में चाँदनी रातों में
ख़्वाब सुहाना बन गया अच्छा...बतायें तुम्हें क्या कहाँ दर्द है
यहाँ हाथ रखना यहाँ दर्द है
देखो बातों बातों में दो ही मुलाकातों में
दिल ये निशाना बन गया अच्छा...मुहब्बत की रंगीन महफ़िल में
जगह मिल गई आपके दिल में
देखो बातों-बातों में प्यार की बरातों में
अपना ठिकाना बन गया अच्छा...