नफ़रत की दुनिया को छोड़ के - The Indic Lyrics Database

नफ़रत की दुनिया को छोड़ के

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - हाथी मेरे साथी | वर्ष - 1971

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नफ़रत की दुनिया को छोड़ के
प्यार की दुनिया में खुश रहना मेरे यार
इस झूठ की नगरी से तोड़ के नाता जा प्यारे
अमर रहे तेरा प्यार
खुश रहना मेरे यार
जब जानवर कोई इन्सान को मारे
कहते हैं दुनिया में वहशी उसे सारे
एक जानवर की जान आज इन्सानों ने ली है
चुप क्यों है संसार
खुश रहना मेरे यार
बस आखरी सुन ले ये मेल है अपना
बस ख़त्म ऐ साथी ये खेल है अपना
अब याद में तेरी बीत जाएंगे रो रो के
जीवन के दिन चार
खुश रहना मेरे यार