दिल ये क्या चिइज़ है तेरे तिरों में छुपे - The Indic Lyrics Database

दिल ये क्या चिइज़ है तेरे तिरों में छुपे

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - बाज़ी | वर्ष - 1951

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हे
दिल ये क्या चीज़ है
और दिल तमन्ना क्या है
तीर पर तीर चला ले तुझे
परवा क्या हैअरे तेरी क़सम मेरी जानतेरे तीरों में छुपे प्यार के ख़ज़ाने हैं -२
मेरे लबों पे देखो आज भी तराने हैं -२
डन डर डन डर डा
आ डन डर डन डर डाऔर होंगे जिन्हें
आराम के सामान मिले
अपनी कश्ती को तो
साहिल पे भी तूफ़ान मिलेको : अरे ये गीत पसन्द नहीं यार( नइया पुरानी है
तूफ़ान भी पुराने हैं ) -२मेरे लबों पे देखो आज भी तराने हैं -२
डन डर डन डर डा
डर डर डन डर डन डर र्रू