बिते नहीं रात सनम करो कोई बात सनमो - The Indic Lyrics Database

बिते नहीं रात सनम करो कोई बात सनमो

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - गीता दत्त, मुकेश | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - हम मतवाले नौजवान | वर्ष - 1961

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गी : बीते नहीं रात सनम करो कोई बात सनम
दुनिया सोए हमें नींद लागे ना
मु : मिले भी तो दूर से हम कोई देखे ये सितम
मैं तो जागूँ मेरी तक़दीर जागे नामानो सनम कटेगी ये रात नहीं जो हमीं साथ नहीं
गी : क्या हुआ जो तेरा मेरा साथ नहीं ये कोई बात नहीं
मु : ना बनो जी दिये देते हैं गवाही तेरे नैना
गी : बीते नहीं रात सनम ...खिड़की खुली चन्दा नज़र आ ही गया मुझे तड़पा ही गया
मु : नाम तेरा ज़ुबाँ पर लहरा ही गया लब तक आ ही गया
गी : जो लबों पे है वो कह दे जो है दिल में वो न कहना
मु : मिले भी तो दूर से ...रात ढली चाँदनियां ज़र्द भी है ये हवा सर्द भी है
गी : हाँ ऐ पिया हवा ज़रा सर्द भी है दिल में कुछ दर्द भी है
मु : न कहा था मेरी जां हमसे कभी दूर न रहना
गी : बीते नहीं रात सनम ...