जिवान से लंबे हैं बंधु ये जीवान के रस्ते - The Indic Lyrics Database

जिवान से लंबे हैं बंधु ये जीवान के रस्ते

गीतकार - गुलजार | गायक - मन्ना दे | संगीत - वसंत देसाई | फ़िल्म - आशीर्वाद | वर्ष - 1968

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जीवन से लम्बे हैं बन्धू
ये जीवन के रस्ते -२
इक पल थम के रोना होगा
इक पल चलना हँस के
ये जीवन के रस्ते
जीवन से लम्बे हैं बन्धूराहों से राही का रीशता
कितने जनम पुराना
एक को चलते जाना आगे
एक को पीछे आना
मोड़ पे मत रुक जाना
बन्धू
दोराहों में फँस के
ये जीवन के रस्ते
जीवन से लम्बे हैं बन्धूदिन और रात के हाथों नापी
नापी एक उमरिया
साँस की डोरी छोटी पड़ गई
लम्बी आस डगरिया
भोर के मन्ज़िल वाले
उठ कर
भोर से पहले चलते
ये जीवन के रस्ते
जीवन से लम्बे हैं बन्धू