मैं गरीबों का दिल, मैं मचलती सबाँ - The Indic Lyrics Database

मैं गरीबों का दिल, मैं मचलती सबाँ

गीतकार - हसरत | गायक - हेमंत, सहगान | संगीत - सरदार मलिक | फ़िल्म - आब-ए-हयाती | वर्ष - 1955

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मैं गरीबों का दिल, मैं मचलती सबाँ
बेकसों के लिये, प्यार का आशियाँ
मैं गरीबों का दिल
मैं जो गाता चला, साथ महफ़िल चले
मैं जो बढ़ता चला, साथ मंज़िल चले
मुझे राह दिखाती चले बिजलियाँ
मैं गरीबों का दिल
हुस्न भी देख कर मुझको हैरान है
इश्क़ को मुझसे मिलने का अरमान है
देखो अरमान है
अपनी दुनिया का हूँ मैं हसीं नौजवाँ
मैं गरीबों का दिल
कारवाँ ज़िंदगानी का रुकता नहीं
बादशाहों के आगे ये झुकता नहीं
चाँद तारों से आगे मेरा आशियाँ
मैं गरीबों का दिल