नदीया चले चले रे धारा, चंदा चले, चले रे तारा - The Indic Lyrics Database

नदीया चले चले रे धारा, चंदा चले, चले रे तारा

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मन्ना डे | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - सफ़र | वर्ष - 1970

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नदिया चले, चले रे धारा, चंदा चले, चले रे तारा
तुझ को चलना होगा, तुझ को चलना होगा
जीवन कही भी ठहरता नहीं है
आँधी से, तूफां से डरता नहीं है
तू ना चलेगा तो चले तेरी राहें
मंज़िल को तरसेगी तेरी निगाहें
तुझ को चलना होगा
पार हुआ वो रहा जो सफ़र में
जो भी रुका, घिर गया वो भंवर में
नाव तो क्या, बह जाये किनारा
बड़ी ही तेज समय की है धारा
तुझ को चलना होगा