दिल जबसे उनके हुस्न का नौकर हो गया - The Indic Lyrics Database

दिल जबसे उनके हुस्न का नौकर हो गया

गीतकार - शेवन रिज़वी | गायक - | संगीत - सगीर आसिफ | फ़िल्म - निशाना | वर्ष - 1946

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दिल जबसे उनके हुस्न का servantहो गया
सिक्का हमारे इश्क़ का patentहो गयातीर-ए-निगाह-ए-नाज़ को मैं उनके क्या कहूँ
मेरे लिए तो मौत का warrantहो गयानीलाम कर दिया है उल्फ़त के चाँद में
दिल क्या हुआ कि हुस्न का merchantहो गयाआहें न क्यों भरूँ मैं नाले न क्यों करूँ मैं
orderतेरी निगाह का urgentहो गयाजूते लगाइए कि प्यार कीजिए
समझेंगे हम कि इश्क़ का paymentहो गया
रितु आई सुहानी ...