बुझा दो दीपक हुं - The Indic Lyrics Database

बुझा दो दीपक हुं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - दर्पण | वर्ष - 1970

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बुझा दो दीपक हूँ अन्धेरा कर दो
उठा दो घूँघट, हाय! सवेरा कर दो
बुझा दो दीपक हूँ ...शरम के मारे हाथों से ये चेहरा ढाँप के
न दूर दूर जाओ सर से काँप काँप के
कि अब आओ पास, मेरी प्यास तो बुझा दो
कोई ग़म है तो हाय! वो मेरा कर दो
बुझा दो दीपक हूँ ...बदल लो रूप अपना आज मेरे प्यार से
सजा दो मेरी सूनी सेज को बहार से
खुशी के फूल ग़म के धूल पे बिछा के
इसे खुशियों का हाय! बसेरा कर दो
बुझा दो दीपक हूँ ...