एक रास्ता दो राही - The Indic Lyrics Database

एक रास्ता दो राही

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार - मोहम्मद रफी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - राम बलराम | वर्ष - 1980

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एक रास्ता आहा आहा
दो राही आहा आहा
एक चोर एक सिपाही
आहा आहा
बचपन का खेल जवानी का सच
ये है तेरी मेरी ज़िंदगानी का सच
ना मिट सकें नसीबों के कर्म की सियाही
आहा आहा
अच्छा है ख़राब है बुरा है नेक है
कुछ भी है हम दोनों का लहू तो एक है
ना बना चोर तू मर्ज़ी से ना बना मैं सिपाही
आहा आहा
मंज़िल है एक मेरे साथिया
माना हम दोनों का जुदा है रास्ता
हम चलते हैं तो देते हैं कदम ये गवाही
आहा आहा