मैं तुझसे मिलाने आई मंदिर जाने के बहाने - The Indic Lyrics Database

मैं तुझसे मिलाने आई मंदिर जाने के बहाने

गीतकार - इन्दीवर | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - हीरा | वर्ष - 1973

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ल : मैं तुझसे मिलने आई मंदिर जाने के बहाने -२
बाबुल से झूठ बोली सखियों से झूठ बोली
मैं बन गई बिल्कुल भोली
र : अरे ओ भोली तू झूठ नहीं बोली तू झूठ कहाँ बोली
प्यार को ही पूजा कहते हैं प्यार के परवाने
ल : मैं तुझसे मिलने ...र : हो आँखों में जब तेरी सूरत फिर कोई मूरत क्या है
प्यार किया है जिसने उसे पूजा की ज़रूरत क्या है
ल : मैने सारा जीवन कर दिया तुझको अर्पण
हो गई मैं तेरी मीरा तुझको मान लिया मोहन
न जाने क्या देखा तुझमें नैन हुए दीवाने
ल : मैं तुझसे मिलने ...ल : हो ग़ैर के हाथ में ना दे दें कहीं बाबुल मेरी बैंया
चाल समय की पहचानो तुम ख़ुद को बदलो सैंया
र : किसमें इतना है बल छू ले जो तेरा आँचल
तू हमारी होगी अपना दावा है अटल
मोड़ दें हम तो समय की धारा ऐसे हैं मस्ताने
ल : मैं तुझसे मिलने ...