तारों से अब चाँद की कुछ बात हो गई - The Indic Lyrics Database

तारों से अब चाँद की कुछ बात हो गई

गीतकार - अंजुम रहमानी | गायक - राजकुमारी, तलत महमूद | संगीत - स्नेहल भटकर | फ़िल्म - पगले | वर्ष - 1950

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तारों से अब चाँद की कुछ बात हो गई
आपस में दो दिलों की मुलाक़ात हो गई
तारों से अब चाँद की कुछ बात हो गई
आपस में दो दिलों की मुलाक़ात हो गई
कोई नज़र मिलाके मुहब्बत सिखा गया
दिल को ख़ुशी से आज धड़कना भी आ गया
क्या जाने आँखों आँखों में क्या घात हो गई
आपस में दो दिलों की मुलाक़ात हो गई
आँखों में तेरे ख़्वाब हैं
होंठों पे तेरे गीत
तू आरज़ू है दिल की
हर साँस तेरा मीत
अब मेरी ज़िंदगी भी तेरे साथ हो गई
आपस में दो दिलों की मुलाक़ात हो गई
अपना बना के देखो दामन ना छोड़ देना
दिल में समाने वाले दिल को ना तोड़ देना
मंज़ूर उनकी दिल को हर बात हो गई
आपस में दो दिलों की मुलाक़ात हो गई
तारों से अब चाँद की कुछ बात हो गई
तारों से अब चाँद की कुछ बात हो गई
दो: आपस में दो दिलों की मुलाक़ात हो गई $