गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - लता मंगेशकर, हेमंत कुमार | संगीत - सलिल चौधरी | फ़िल्म - परिवार | वर्ष - 1956
View in Romanल: झिर झिर झिर झिर बदरव बरसे
ओ कारे कारे,
सोये अरमान जागे कई तूफ़ान जागे,
माने ना जिया मोरा सजना बिनाओ ओ ओ
आजा के तोहे मेरा प्रीत पुकारे
तुझको ही आज तेरा गीत पुकारे
याद आई बीती बातें
तुमसे मिलन की रातें
काहे को भुले मोहे, अपना बनाझिर झिर झिर झिर बदरवा बरसे
ओ कारे कारे, झिर झिर झिर झिरहे: झिर झिर झिर झिर बदरवा बरसे
ओ कारे कारे,
सोये अरमान जागे, कई तूफ़ान जागे,
बरखा न भाये गोरी तेरे बिनातेरे घुंघराले काले बालों से
काली रात ने आज मेरी नींद चुरा ली
ल: तोसे ही प्यार करूँ
हे: तेरा इंतज़ार करूँ
दो: तेरे बिन झूठा मेरा हर सपनादो: झिर झिर झिर झिर बदर्वा बरसे
ओ कारे कारे, झिर झिर झिर झिर