करुण क्या आस निरस भाई - The Indic Lyrics Database

करुण क्या आस निरस भाई

गीतकार - आरज़ू लखनवी | गायक - के एल सहगल | संगीत - पंकज मलिक | फ़िल्म - दुश्मन/दुश्मन | वर्ष - 1939

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करूँ क्या आस निरास भई-४
दिया बुझे फिर से जल जाये
रात अंधेरी जाये दिन आये
मिटती आस है ज्योत अंखियन की-२
समझ गई तो गई
करूँ क्य ...जब ना किसीने राह सुझाई
दिलसे एक आवाज़ ये आई
हिम्मत बांध सम्भल बढ़ आगे, रोक नहीं है कोई,
करूँ क्या आस निरास ...करना होगा खून को पानी
देनी होगी हर क़ुरबानी
हिम्मत है तो इतना समझ ले, आस बंधेगी नई,
करूं क्य आस निरास ...