मेरे दिल की चिड़ी फुर करके उड़ी जट्ट लुटेया गया - The Indic Lyrics Database

मेरे दिल की चिड़ी फुर करके उड़ी जट्ट लुटेया गया

गीतकार - आनंद राज आनंद | गायक - हेमा सरदेसाई, शंकर सैनी | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - चैंपियन | वर्ष - 2000

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ओ जट्ट लुटेया गया ओय
मेरे दिल की चिड़ी फ़ुर्र करके उड़ी
मैने देखी हाय इक सोणी कुड़ी
की करां की करां ओय ओय पटेया गया
जट्ट लुटेया गया हो जट्ट लुटेया गया ओय ओय
जट्ट लुटेया हा गया हाय
ये you youना आना मेरे रू ब रू
मेरे दिल की चिड़ी ...हाय क्या करूं क्या ना करूं क्या कहूं क्या ना कहूं
मैं जियूं या मैं मरूं कब तलक आहें भरूं
मैं भी तो जानूं ज़रा ये तुम्हें क्या हो गया
हो गया हो गया कुछ ना कुछ तो हो गया
क्या हुआ क्या इक पल में सब कुछ बदल गया
लुटेया गया हो जट्ट ...ये हे हो हो
दिल मेरा ले कर सनम जाओ ना ऐसे कहीं
ढूंढ लो दिल को कहीं पास मेरे वो नहीं
ये समझ लो आज से हमें प्यार तुमसे हो गया
जा दीवाने भूल जा तू दीवाना हो गया
सर से पाँव तक तुम्हें देखा मैं खो गया
लुटेया गया हो जट्ट ...तेरे दिल की चिड़ी फ़ुर्र करके उड़ी
तूने देखी जब इक सोणी कुड़ी
की करां ...ओ बादशाह पट्टे गए ओय
ओय जट्ट लुटेया गया ओय