भजु मैं तो भाव से शिरी गिरिधारी - The Indic Lyrics Database

भजु मैं तो भाव से शिरी गिरिधारी

गीतकार - | गायक - के एल सहगल | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - पूरन भगत | वर्ष - 1933

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आ~ड~ त-न-न~ ड-ड~भजू मैं तो भावसे शिरी गिरिधारी हिरिदय में अब (२)
पुण है कृष्ण नाम की प्यारी (२)
भजू मैं तो भावसे शिरी गिरिधारी हिरिदय में अब
पुण है कृष्ण नाम की प्यारीमिथ्या है ममता मिथ्या है हमता
मिथ्या सकल संसारी (२)
भो भयभंजन जन-मन-रंजन (२)
सकल काज को धारी हिरिदय में अब (२)
पुण है कृष्ण नाम की प्यारीभोग बिलास माया चाहूँ न दिलसे
कृष्ण का नाम इक भाया (२)
भोग बिलास माया चाहूँ न दिलसे
कृष्ण का नाम इक भाया
कान्हा ही कान्हा है मन के अंदर (३)
दो चरणों पे बलिहारी हिरिदय मे अब (२)
पुण है कृष्ण नाम की प्यारीभजू मैं तो भावसे शिरी गिरिधारी हिरिदय में अब (२)
पुण है कृष्ण नाम की प्यारी