मार गया बिछुआ बेदरदा - The Indic Lyrics Database

मार गया बिछुआ बेदरदा

गीतकार - समीर | गायक - सहगान, अनुपमा देशपांडे | संगीत - उत्तम सिंह | फ़िल्म - फर्ज़ | वर्ष - 2000

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मार गया
बिछुआ बिछुआ
बेदर्दा आधी रात को मेरी छत पे चढ़ गया
चोरी से हाय उंगली में छल्ला जड़ गया
ऐ बेदर्दा आधी रात को ...रात की बाहों में सोई थी मैं होय होय
अन्जानें सपनों में खोई थी मैं होय होय
वो डंक मारा मचलने लगी
नींदों में करवट बदलने लगी
कम ना हुआ हाय दर्द और बढ़ गया
हाय बेदर्दा आधी रात को ...मैने ये सोचा हुआ जब सवेरा हाय हाय
हां बिछुआ था वो के वो साजन था मेरा हाय हाय
छुप के छुपा के कहां से वो आया
ये राज़ मैने तो सबसे छुपाया
जो भी हुआ हाय चैन मुझको पड़ गया
बेदर्दा आधी रात को ...