मैं वाही दर्पण वाही ना जाने ये क्या हो गया - The Indic Lyrics Database

मैं वाही दर्पण वाही ना जाने ये क्या हो गया

गीतकार - रवींद्र जैन | गायक - आरती मुखर्जी | संगीत - रवींद्र जैन | फ़िल्म - गीत गाता चल | वर्ष - 1975

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मैं वही दर्पण वही, ना जाने ये क्या हो गया
कि सब कुछ लागे नया नयाइक जादू की छड़ी, तन मन पे पड़ी
मैं जहाँ की रे गई वहीं पे खड़ी
घर वही, आँगन वही, ना जाने ...कहीं दूर पपीहा बोले पिया पिया
उड़ जाने को बेकल है मोर जिया
दिल वही धड़कन वही, ना जाने ...