तुझे ओ बेवफा हम जिंदगी का आसरा समाजे - The Indic Lyrics Database

तुझे ओ बेवफा हम जिंदगी का आसरा समाजे

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - ज़िद्दी | वर्ष - 1948

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तुझे ओ बेवफ़ा हम ज़िंदगी का आसरा समझे -२
बडे नादान थे हम हाये समझे भी तो क्या समझे -२मुहब्बत में हमें तक़दीर ने धोके दिये क्या क्या
धोके दिये क्या क्या
जो दिल का दर्द था उस दर्द को हम दिल की दवा समझे -२
बडे नादान थे हम हाये समझे भी तो क्या समझेहमारी बेबसी ये कह रही है रो रो के
डुबोया उसने कश्ती को जिसे हम नाखुदा समझे -२किधर जाये के इस दुनिया में कोई भी नहीं अपना
आ~आ~~आ
उसी ने बेवफ़ाई की जिसे जान-ए-वफ़ा समझे -२