इस तरह आशिकी का असर छोड़ जाऊंगा - The Indic Lyrics Database

इस तरह आशिकी का असर छोड़ जाऊंगा

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - कुमार सानू | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - इम्तिहान | वर्ष - 1994

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इस तरह आशिकी का असर छोड़ जाऊंगा
तेरे चेहरे पे अपनी नज़र छोड़ जाऊंगा
मैं दीवाना बन गया हूँ कैसी ये मोहब्बत है
ज़िन्दगी से बढ़ के मुझको अब तेरी ज़रुरत है
मुझको तू चाहिए तेरा प्यार चाहिए
एक बार नहीं सौ बार चाहिए
हर सांस मैं अपनी तुझपे लुटाऊंगा
दिल के लहू से तेरी मांग सजाऊंगा
प्यारा क्या है, दर्द क्या है, दीवाने समझते हैं
इश्क़ में जलने का मतलब आशिक़ ही समझते हैं
मैं तड़पता रहूँ तुझसे कुछ ना कहूँ
बिन कहे भी मगर मैं तो रह ना सकूँ
इस बेख़ुदी में आख़िर कहाँ चैन पाऊंगा
मर के भी मैं तुझ से जुदा हो न पाऊंगा